Menstrual Leave: पीरियड्स के दौरान अब सरकारी व प्राइवेट ऑफिस में महिलाओं को मिलेगी छुट्टी, राज्य सरकार ने की घोषणा

Menstrual Leave: राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में काम करने वाली सभी महिला कर्मचारियों के लिए एक दिन के मासिक धर्म अवकाश यानी पीरियड लीव देने की घोषणा की है, 78वे स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ओडिशा सरकार ने यह एक बड़ा फैसला लिया है,अक्सर देखा गया है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को खासा परेशानी झेलनी पड़ती है। इस दौरान यह दर्द और बढ़ जाता है जब उन्हें ऑफिस जाकर काम करना पड़ता है।

उपमुख्यमंत्री ने की घोषणा
उपमुख्यमंत्री पी.परिदा ने गुरुवार को सरकारी और प्राइवेट क्षेत्र की महिला कर्मचारियों के लिए एक दिन के मेंस्ट्रुअल लीव (माहवारी अवकाश) की घोषणा की। हालांकि, यह अवकाश ऑप्शनल होगा। परिदा के पास महिला एवं बाल विकास विभाग का भी चार्ज है। उन्होंने कटक में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद यह ऐलान किया। उन्होंने कहा, ‘‘महिला कर्मचारी मासिक धर्म चक्र के पहले या दूसरे दिन छुट्टी ले सकती हैं। लेकिन यह अवकाश ऑप्शनल होगा।

CG Education News: युक्तियुक्तकरण का कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा ने किया कड़ा विरोध, कोर्ट जाने की तैयारी में शिक्षक संघ, पढ़िए…

उपमुख्यमंत्री परिदा ने आगे कहा कि ये नीति ओडिशा को मासिक धर्म समानता के क्षेत्र में एक नेता के रूप में स्थापित करती है. इस पहल का उद्देश्य महिलाओं के लिए ज्यादा समावेशी और सहायक कार्यस्थल वातावरण की दिशा में एक व्यापक वैश्विक आंदोलन को प्रोत्साहित करना है. इस निर्णय पर समर्थकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं. प्रसिद्ध महिला अधिकार कार्यकर्ता अनुराधा बिस्वाल ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विकास है जो जेंडर-संवेदनशील कार्यस्थल नीतियों के महत्व को उजागर करता है. यह महिलाओं को कठिन समय के दौरान आवश्यक समर्थन और सम्मान प्रदान करता है।

बता दें कि केन्या के नैरोबी में आयोजित संयुक्त राष्ट्र सिविल सोसाइटी कॉन्फ्रेंस 2024 में एक उड़िया लड़की ने पीरियड्स के दौरान पेड लीव की मांग करते हुए आवाज उठाई थी। साथ ही राज्य की महिला कार्यकर्ता रंजीता प्रियदर्शनी ने भी पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पेड लीव देने के संबंध में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सभी प्रतिनिधियों के सामने यह बात रखी थी। उन्होनें तर्क दिया कि दुनिया भर में महिलाएं मेंस्ट्रुशन के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करती हैं।

 

Related Articles