छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम घोटाला: चार आरोपियों के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने दायर की 2000 पन्नों की चार्जशीट

रायपुर, 1 अगस्त.छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले के मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों के खिलाफ 2000 पन्नों की चार्जशीट अदालत में पेश की है। इस दौरान अदालत ने चारों आरोपियों को पेश होने का नोटिस भेजा था, लेकिन केवल एक आरोपी ही हाजिर हुआ। अन्य तीन को 23 सितंबर तक का समय दिया गया है।
चार्जशीट में ईओडब्ल्यू ने खुलासा किया है कि वर्ष 2009-10 में एमजीएमएल कार्ड क्लास 3 और 4 की पुस्तकें छापने के लिए छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम में टेंडर शर्तों का उल्लंघन किया गया। यह काम प्रभोज एंड कंपनी को नियम विरुद्ध तरीके से सौंपा गया, जिससे सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान हुआ।
ये हैं आरोपी:
1. तत्कालीन महाप्रबंधक शुभाष मिश्रा
2. उप प्रबंधक तकनीकी रंजन पिल्ले
3. छग पैकेजर्स प्राइवेट लिमिटेड के नंद गुप्ता
4. प्रभोज एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के युगबोध अग्रवाल
इनके खिलाफ 2000 पन्नों की चार्जशीट पेश की गई है। इसके अलावा निगम के तत्कालीन प्रबंधक (रिटायर्ड) जोसेफ मिंज को भी आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट में बताया गया है कि हिंदी और गणित विषय की पुस्तकों की 8000-8000 सेट छपाई के लिए 3 करोड़ 82 लाख 89 हजार रुपये का भुगतान किया गया, जबकि प्रक्रिया में भारी अनियमितता की गई।
यह मामला अब अदालत में विचाराधीन है और आगामी सुनवाई 23 सितंबर को होनी है।