Mahadev Betting App: ED की चार्जशीट में पूर्व CM भूपेश बघेल समेत पांच लोगों का नाम, ED का दावा – आरोपी अपने पुराने बयान पर कायम
Mahadev Betting App Case: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के जरिये गैरकानूनी सट्टेबाजी और गेमिंग से जुड़े कथित धनशोधन के मामले में रायपुर की विशेष अदालत में नया आरोपपत्र दाखिल किया। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघीय एजेंसी ने दूसरी अभियोजन शिकायत (आरोप) को दुबई के अधिकारियों से भी साझा किया है ताकि ऐप के दो प्रमुख प्रवर्तकों रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर का निर्वासन या प्रत्यर्पण कराया जा सके। दोनों को हाल में ईडी की पहल पर इंटरपोल द्वारा जारी रेड नोटिस के तहत दुबई में हिरासत में लिया गया था।
महादेव बेटिंग एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की दूसरी चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है. चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी नाम शामिल है. ईडी ने 5 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है, जिनमें शुभम सोनी, अमित कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, भीम सिंह और असीम दास का नाम है.
ईडी की चार्जशीट में बताया गया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी असीम दास महादेव बेटिंग एप के प्रमोटर के लिए भारत में कूरियर का काम करता था. उसके ठिकानों से हाल ही में रेड कर करीब 5.39 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे. इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई.
भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए जाने का दावा
अब चार्जशीट में भूपेश बघेल का नाम आने के बाद से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. चार्जशीट में खुलासा हुआ है कि असीम दास ने एजेंसी को बताया कि ये पैसा हाल में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के नेता और प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के लिए भेजे गए थे. असीम दास ने यह भी कहा था कि महादेव बेटिंग एप के प्रमोटर्स की तरफ से भूपेश बघेल को कुल 508 करोड़ रुपये दिए गए थे.
अपने पहले बयान से मुकर गया था असीम दास
गौरतलब है कि आरोपी असीम दास ने बीते 12 दिसंबर को एक नया बयान दर्ज कराया था और अपने पुराने बयान को गलत बताया था. उसका कहना था कि 3 नवंबर को उसने भूपेश बघेल के खिलाफ जो दावा किया था वह गलत था. किसी प्रभावशाली व्यक्ति के दबाव में उसने ऐसा किया था. हालांकि, अब वह फिर अपने बयान से मुकर गया है और पहले बयान पर कायम है.
जानकारी के लिए बता दें कि 3 नवंबर 2023 को असीम दास ने यह कहा था कि महादेव एप के प्रमोटर्स ने चुनाव में खर्च के लिए एक राजनेता बघेल को पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपये दिए थे.
भूपेश बघेल ने किया था आरोपों का खंडन
मालूम हो, चुनाव से पहले ही महादेव सट्टा एप मामले में भूपेश बघेल का नाम सामने आया था, जिस दौरान पूर्व सीएम ने सभी आरोपों का खंडन किया था. उनका कहना था कि तत्कालीन विपक्षी पार्टी बीजेपी अपने राजनीतिक लाभ के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है.