छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पावर गेम! संगठन सृजन अभियान की लिस्ट में सचिन पायलट का सिग्नेचर, वरिष्ठ नेताओं और विधायकों को मिला जिम्मा, पढ़िए इनसाइड स्टोरी
रायपुर. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने छत्तीसगढ़ में संगठन सृजन अभियान के लिए 17 राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की सूची जारी कर दी है, प्रत्येक पर्यवेक्षक के साथ तीन-तीन प्रदेश स्तरीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए जो उन जिलों में जाकर राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के साथ संगठन के कार्यों को अंजाम देंगे, प्रदेश स्तरीय पर्यवेक्षक का आदेश प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के हस्ताक्षर से जारी हुआ, इस लिस्ट से प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) चीफ दीपक बैज को दूर रखने की ख़बर है।
कांग्रेस के इस कदम को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज है कि संगठनात्मक मामलों में अब सीधे AICC और प्रदेश प्रभारी की पकड़ मजबूत हो गई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने अपने हस्ताक्षर से यह सूची जारी की। प्रत्येक राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के साथ तीन-तीन प्रदेश स्तरीय पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं, जो जिले में जाकर संगठनात्मक कार्य करेंगे और स्थानीय स्तर पर दिशा-निर्देशों का पालन कराएंगे।
तीखा सियासी संकेत
कांग्रेस के इस आदेश ने यह साफ कर दिया है कि संगठनात्मक मामलों में अब PCC चीफ दीपक बैज की जगह प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की सीधी पकड़ है। राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप “जिला स्तर पर काम करने वालों को प्राथमिकता” दी गई, लिस्ट जारी करने की प्रक्रिया से PCC चीफ को बाहर रखकर केंद्रीय नेतृत्व ने संगठन के भीतर शक्ति संतुलन का नया संदेश दे दिया है।
राहुल गांधी का सन्देश और ‘पसीना बहाने वालों’ की एंट्री
इससे पहले राहुल गांधी ने साफ कहा था कि “जिला अध्यक्ष ही संगठन की रीढ़ हैं और उनकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।” इसी को ध्यान में रखते हुए, इस सूची में कांग्रेस के लिए लगातार पार्टी के लिए मेहनत करने वालों और संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने वाले नेताओं को ही जिम्मेदारी दी गई है।
बिलासपुर जिले के लिए जिम्मेदारी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव,
पूर्व मंत्री धनेश पाटील
प्रदेश पदाधिकारी नरेश ठाकुर
इन तीनों को राष्ट्रीय पर्यवेक्षक और मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार के साथ बिलासपुर शहर, बिलासपुर ग्रामीण और मुंगेली जिले की जिम्मेदारी दी गई है।
अन्य जिलों के पर्यवेक्षक
पूर्व विधायक शैलेश पांडे – रायपुर जिले के पर्यवेक्षक।
कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव – नारायणपुर, सुकमा और बीजापुर जिले के प्रदेश स्तरीय पर्यवेक्षक।
विधायक दिलीप लहरिया – कवर्धा और बेमेतरा जिले के पर्यवेक्षक।
इंग्रिड मैक्लाउड (पूर्व सांसद) – जांजगीर-शक्ति जिले की जिम्मेदारी।
प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद जायसी – जगदलपुर, बस्तर और कोंडागांव जिले के पर्यवेक्षक।