IAS Trainee Salary: प्रोबेशन पीरियड में IAS अधिकारी की कितनी होती है सैलरी, गाड़ी, बंगला, गार्ड समेत होते हैं ये ठाठ

IAS Trainee Salary: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षा मानी जाती है. लाखों युवा यह परीक्षा पास करके देश सेवा का सपना देखते हैं. इसी परीक्षा को पास करने के बाद ही उम्मीदवार अपनी रैंक के अनुसार इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS), इंडियन पुलिस सर्विस (IPS), इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस (IES) या इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) में पोस्ट हासिल करते हैं. हालांकि इन सभी पदों के बीच सबसे ज्‍यादा चर्चा आईएएस को लेकर होती है.

आईएएस पूजा खेडकर हाल ही में प्रोबेशन पर रहते हुए सरकारी आवास, कार और स्टाफ की कथित अनुचित मांगों के कारण सुर्खियों में आई हैं। कई लोग उनकी मांगों का बचाव कर रहे हैं, लेकिन ये मांगें प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए यूपीएससी द्वारा निर्धारित नियमों का उल्लंघन करती हैं।

भारत में सिविल सेवा को बहुत सम्मान दिया जाता है, जो कई उम्मीदवारों को आकर्षित करती है, जिन्हें चुनौतीपूर्ण यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। देश का सबसे टफ एग्जाम UPSC की परीक्षा को माना जाता है और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर के आईएएस-आईपीएस बनने का सपना बहुत सारे युवाओं का होता है।

दो साल तक चलने वाले अपने प्रशिक्षण काल ​​के दौरान, सिविल सेवा अधिकारी अनुशासन, संकट प्रबंधन और प्रशासनिक कौशल सीखते हैं। इस दौरान संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) उनके आवास और भोजन की देखरेख करता है।

प्रशिक्षण के अंतिम चरण में, सभी प्रशिक्षुओं का मूल्यांकन किया जाता है। पूजा खेडकर से जुड़े इस मामले ने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर बहस छेड़ दी है।

आज हम आपके लिए ट्रेनी आईएएस ऑफिसर यानी प्रोबेशन पीरियड के दौरान आईएएस ऑफिसर को मिलने वाली सैलरी और अन्य सुविधाओं से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं।

कैसे बनते हैं IAS अफसर?

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्राप्त रैंक के अनुसार इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) पोस्ट मिलती है. इस परीक्षा में टॉप रैंक वालों को आईएएस पोस्ट मिलता है, लेकिन कई बार टॉप रैंक पाने वाले IPS या IFS चुनते हैं, ऐसे में निचली रैंक प्राप्त करने वालों को भी IAS की पोस्ट मिल जाती है. इसके बाद की रैंक वालों को आईपीएस और आईएफएस पोस्ट मिलती है.

आईएएस ऑफिसर की ट्रेनिंग

IAS की 3 महीने की ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी में ही होती है. जिसे फाउंडेशन कोर्स भी कहते हैं. यहां उन्‍हें एडमिस्ट्रेशन, पुलिसिंग व गवर्नेंस के हर सेक्टर की जानकारी दी जाती है. साथ ही एकेडमी के अंदर कुछ खास एक्टिविटीज कराई जाती हैं, जिसमें मेंटल और फिजिकल स्ट्रेंथ के लिए हिमालय की कठिन ट्रैकिंग भी शामिल है.

जानिए IAS ऑफिसर की सैलरी व सुविधाएं?

प्रशिक्षण के दौरान, सभी सिविल सेवा अधिकारी (आईएएस, आईपीएस, आईआरएस, आईएफएस) को एक समान सैलरी दी जाती है। यह वेतन उनके प्रशिक्षण के विभिन्न चरणों में घटता-बढ़ता है। आम तौर पर, एक प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी प्रति माह 50-60 हजार रुपये कमाता है, कभी-कभी कटौती के बाद 70 हजार रुपये तक पहुंच जाता है। आईएएस अधिकारी के वेतन की बात करें तो ये विभिन्न संरचनाओं के आधार पर होता है, जैसे कि जूनियर स्केल, सीनियर स्केल, सुपर टाइम स्केल. एक IAS अधिकारी को 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) के तहत इनकी सैलरी 56,100 से 2.5 लाख रुपये प्रति महीने हो सकती है. बेसिक पे और ग्रेड पे के अलावा इन्‍हें डियरनेस अलाउंस (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), मेडिकल अलाउंस और कन्वेंशन अलाउंस भी मिलता है. इसमें कैबिनेट सेक्रेट्री, अपेक्स, सुपर टाइम स्केल के आधार पर सैलरी बढ़ती जाती है. इसके अलावा आईएएस अधिकारियों को अलग-अलग पोस्ट के आधार पर गाड़ी, बंगला, कुक, गार्डनर, सुरक्षा गार्ड और अन्य घरेलू सहायता जैसे अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं. इन अधिकारियों को मुफ्त में या फिर अधिक सब्सिडी पर बिजली और टेलिफोनिक सेवाएं मिलती हैं.

 

Related Articles