Health Vitamin D : विटामिन डी की कमी को दूर करने डाइट में शामिल करे ये फ़ूड
Health. आज ख़राब जीवनशैली की वजह से अधिकत्तर लोग विटामिन डी की कमी से भी जूझ रहे हैं, जिसके कारण उन्हें कई तरह की शारीरिक परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, थकान आना , माशपेशियों में दर्द होना जैसे कई प्रॉब्लम है, जो शरीर में विटामिन डी की कमी होने के कारण होता है, चलिए हम आपको बताते हैं ऐसे आहार के बारे में जो विटामिन डी से भरपूर हैं, जिसे आप अपनी डाइट में शमिल करके विटामिन की कमी को दूर कर सकते है,
दही
दही में विटमिन डी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, विटामिन-डी की कमी पूरी करने के लिए दही को डाइट में शामिल करें. दही में भरपूर मात्रा में विटामिन डी होता है. यह मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, इसके साथ ही पाचन तंत्र को मजबूत करने में दही काफी मदद करता है,
संतरा
संतरे में विटामिन-डी के साथ विटामिन-सी भी होती है. विटामिन-डी की कमी पूरा करने के लिए आप मौसम के मुताबिक संतरा खा सकते हैं.संतरे का जूस एक अन्य पेय पदार्थ है जिसे अक्सर विटामिन डी से समृद्ध किया जाता है। एक कप संतरे के जूस में 2.5 mcg विटामिन डी होता है।
अंडा
अंडे में प्रोटीन और कई विटामिन होता है. अंडे के पीले भाग में विटामिन-डी होता है.अंडे की जर्दी अभी तक विटामिन डी का एक और समृद्ध स्रोत है. अंडे की जर्दी अतिरिक्त कैलोरी और वसा होती है. लेकिन इसमें प्रोटीन और अच्छे कार्ब्स सहित सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं. इस बात को सुनिश्चित करें कि आप एक दिन में एक से अधिक अंडे की जर्दी न खाएं. आप एक आमलेट बनाएं और स्वाद और पोषण मूल्य को बढ़ावा देने के लिए इसमें सब्जियां भी डालें.
दलिया
ज्यादातर साबुत अनाज की तरह, दलिया भी विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है. इसके अलावा, ओट्स जरूरी खनिजों और विटामिन और जटिल कार्ब्स से भरपूर होता है.
मशरूम में भी अच्छी मात्रा में विटामिन-डी होता है. इसमें कैल्शियम और फास्फोरस भी होता है. यह हेल्थ के लिए फायदेमंद है.
इसे पीने से अच्छी मात्रा में विटामिन-डी मिलेगा. गाय के दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज और जिंक जैसे पोषक तत्व भी होते हैं. जंगली मशरूम और यूवी प्रकाश के संपर्क में आने वाले मशरूम में अंधेरे में उगाए जाने वाले वाणिज्यिक मशरूम की तुलना में अधिक विटामिन डी होता है।
मछली
मछली कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करती है, जिनमें सबसे खास ओमेगा-3 फैटी एसिड है। अलग-अलग प्रजातियाँ कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन , जिंक और आयोडीन की अलग-अलग मात्रा प्रदान करती हैं। कई प्रजातियों, खास तौर पर तैलीय किस्मों में विटामिन डी भी होता है। रेनबो ट्राउट की 3 औंस की सर्विंग में 16.2 mcg और सॉकी सैल्मन की इतनी ही सर्विंग में 14.2 mcg होता है। डिब्बाबंद टूना की 3 औंस की सर्विंग में 1 mcg होता है।