Village of IAS IPS Officer : इस गांव के हर घर से निकले हैं IAS-IPS अफसर, गांव को कहते हैं अफसरों की फैक्टरी, PM ने किया था जिक्र, जानें कहां है ये जगह
Village of IAS IPS Officer. भारत में हर युवा की पहली पसंद सरकारी नौकरी होती है। अधिकतर युवा 12वीं के बाद सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कर देते हैं किसी को इसमें सफलता मिल जाती है और कई प्रयास करते रहते हैं। भारत में हर साल लाखों की संख्या में व्यक्तियों को सरकारी नौकरी मिल जाती है।
Village of IAS IPS Officer. देश में IAS यानी कलेक्टर की नौकरी सबसे बड़ी मानी जाती है। इसके लिए UPSC परीक्षा लेती है। भारत के सबसे कठिन एग्जाम में UPSC का नाम सबसे ऊपर आता है। आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसे अफसरों की फैक्टरी (Govt Employee Town) कहा जाता है। इस गांव से कई IAS, IPS और IRS निकले हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 मई को जौनपुर में थे। यहां चुनावी सभा में उन्होंने मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित माधोपट्टी गांव का जिक्र अपने भाषण में किया था। इस गांव को अफसर पैदा करने वाली फैक्टरी कहा जाता है। कहा भी क्यों न जाए, गांव में करीब 75 परिवार हैं। इनके बीच से 50 से अधिक आईएएस, आईपीएस और आईआरएस निकले और देश के अलग-अलग राज्यों में तैनात हैं। पिछले चुनाव में 878 यानी 65 फीसदी अफसरों ने यहां मतदान किया था जबकि बीते पंचायत चुनाव में यह आंकड़ा 78 फीसदी रहा।
प्रधानमंत्री ने कहा था कि सबसे अधिक अफसर आपके यहां का गांव दे रहा है। इससे ग्रामीण उत्साहित हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री ने गांव का नाम लिया और उपलब्धि भी बताई। राजनीति से कोसों दूर गांव के लोग कहते हैं कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि पिछले पांच वर्षों में बहुत विकास हुआ है।
ये गांव है अफसरों की फैक्टरी
भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले राज्य उत्तरप्रदेश के एक जिले जौनपुर के माधोपट्टी नाम के एक गांव में हर घर से आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईआरएस (IRS) बने हैं। इस गांव को अफसरों की फैक्टरी कहा जाता है। उत्तर प्रदेश के साथ भारत में भी इसे अफसरों की फैक्टरी के नाम से ही जाना जाता है। इस गांव में रहने वाले लोगों का मानना है कि हमारे गांव में मां सरस्वती का वास है। इसी कारण गांव से कई लोग इतने बड़े पदों पर कार्य कर रहे हैं।
अभी तक कितने लोगों की लगी नौकरियां
इस गांव से अभी तक सैकड़ों से भी ज्यादा स्टूडेंट्स की नौकरियां देश के सबसे बड़े पदों पर लग चुकी हैं। इनकी संख्या की बात की जाए तो 50 से अधिक आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) और आईआरएस (IRS) निकल चुके हैं और सभी देश के अलग-अलग राज्यों में रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। IAS और IPS के साथ इस गांव से पीसीएस, पीपीएस, इंजीनियर, कई एमबीबीएस, वैज्ञानिक भी निकल चुके हैं जो देश के अन्य राज्यों में सेवाएं दे रहे हैं।