शहरवासियों के नाम शैलेश पांडेय का भावनात्मक पत्र…..कहा – बिलासपुर की जनता मेरा स्वाभिमान, मुझे नहीं पता मैं क्या हूँ, मेरी हैसियत बस आप की खैरियत….
बिलासपुर वासियों के नाम नगर विधायक पाण्डेय की पाति.
बिलासपुर. नगर विधायक और बिलासपुर विधान सभा से कांग्रेस प्रत्याशी शैलेश पांडेय ने कहा कि,आज की राजनिनीति विभस्त परिस्तिथियों में तब्दील होती जा रही परन्तु मैं विषम परिस्तिथयो में भी डिगने वालो में से नही क्योकि मेरा साथ बिलासपुर की जनता देते आ रही है और उसी विश्वास पर आधार मेरी बुनियाद टिकी है मैं ये भी नही जानता कि नेतागिरी क्या होती है और इसमें मुझे आम जनता से कैसे व्यवहार करना चाहिए मैं तो बस साधारण सी अवस्था लिए आम जन की उपेक्षाओं को लेकर आगे बढ़ रहा हूँ।
मैं एक सर्वसाधारण व्यक्तित्व जीवन मे रहता हूँ ,न तो मेरे पास अकूट धन संचय है और ना ही मेरे पास सेठगिरी, हाँ यदि मेरे पास है तो मात्र एक प्यार और विश्वास वो भी बिलासपुर की जनता का जो मुझे सदैव विकास और न्याय की परिधिति में संजोय के रखना है।
यहाँ क्या कुछ हो रहा है ,ये बाते मेरी समझ के परे है,
लेकिन मेरा सिर्फ एक उद्देश्य और साधना की है कि मुझे बिलासपुर की तस्वीर बदलनी है। इस दिशा में मैं अग्रसर हूं और मुझे आरोप प्रत्यारोप से किसी प्रकार का भी कोई लेना-देना नहीं है सवाल यह उठता है कि मेरी जनता मुझ पर भरोसा करती है और मैं उसी जनता के बल पर पिछली बार विधान सभा का
चुनाव जीता था। आज फिर उसी जनता के आसरे मुझे फिर एक बार सुअवसर मिला है। बिलासपुर को उस मुकाम पर पहुचाने के लिए मेरी जनता मुझे भरपूर समर्थन के साथ मेरा साथ देगी आज फिर बिलासपुर की जनता से मेरा यह निवेदन है कि मैं सिर्फ बिलासपुर की तस्वीर बदलना चाहता हूं अगर आपका साथ मिला तो मैं बिलासपुर की तस्वीर बदल दूंगा।
यह मेरा वादा ही नहीं वरन मेरा आत्मविश्वास भी है।
मेरा उद्देश्य इसी दिशा में अग्रसर भी है और इसी दिशा में आगे भी बढ़ रहा हूं।
मुझे इस बार फिर मौका देंगे तो मैं आपके शहर की तस्वीर बदलने के अलावा भी कई ऐसे मुद्दे हैं जो कि आपको चुप रहने को मजबूर करते है, मैं जानता हूं मुझे सेठ से मतलब नहीं है। सेठ ने 15 सालों से आपके साथ भावनात्मक गेम खेला और खेल भी रहे हैं।
उन्होंने जो भी किया वह मुझमें नहीं आप खुद जानते हैं । लेकिन सेठ को भी इस बार अब यह एहसास आपको दिलाना है कि जमीनी स्तर का जो एक व्यक्ति हम सभी के लिए सहज उपलब्ध है वह काम कर सकता है। अब बिलासपुर की जनता जान चुकी है कि
सेठ गिरी कितनी भारी पड़ी इसका मतलब सिर्फ सेठगिरी ही होता है। आम व्यक्ति की भीड़ से निकलने वाला हर खास-आम की तकलीफ और दर्द को भी बखूबी समझता हो हमे ऐसा नेतृत्व हमारे नगर के लिए चाहिए, जो एक-एक आदमी का भला चाहता है सेठ आप बहुत सारी योजनाएं बिलासपुर के लिए
लाए बहुत सारे काम भी किये।
मैं ये नहीं कहता की आपने काम नहीं किया हां आपने काम किया और विकास भी किया पर आपने जो भी काम किये सिर्फ अपने आभामंडल के परिक्षेत्र के अंर्तगत ही किये आपने उन्ही लोगो को दाना दिया जो कि गरीबो की थाली के हिस्से को अपनी थाली में परोसते है।
मसलन एक योजना आप ही के द्वारा लांच की गई थी
सीवरेज योजना इस योजना से पीड़ित दंश को अभी तक बिलासपुर की जनता झेल रही है ,उसे आप कैसा समझते हैं यह आपका हृदय कभी नहीं समझ पाएगा।
ये बिलासपुर की सबसे बड़ी विडंबना है, और बिलासपुर की जनता आपको इस इस विडंबना का मूक जवाब देगी वह जवाब इतना तगड़ा होगा कि आपने कभी सोचा भी नहीं होगा मैं दोबारा फिर उसी बात पर आप सभी से अपील करता हूं कि बिलासपुर की जनता मुझे साथ दे मैं इस बिलासपुर की तस्वीर बदल दूंगा।