पूर्व विधायक शैलेश ने DGP से की मुलाकात: अपोलो प्रबंधन के खिलाफ हाई लेवल जांच की मांग, डीजीपी बोले….

– पुलिस अधीक्षक स्तर अधिकारियों की टीम बनाकर अपोलो प्रबंधन के खिलाफ जांच करने की मांग
– स्व राजेंद्र प्रसाद शुक्ला परिवार को न्याय देना होगा- शैलेश पांडेय
– डीजीपी गौतम ने जाँच का आश्वासन दिया
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्थित अपोलो हॉस्पिटल का विवाद चर्चा में बना हुआ है, अपोलो के चर्चित डॉक्टर द्वारा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद शुक्ला का इलाज किए जाने के मामले और उनकी मौत के बाद पूरे प्रदेश में राजनीति गरमाई हुई है और अपोलो प्रबंधन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने आज स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की मौत के मामले में दोषी अपोलो प्रबंधन तथा तथा चिकित्सक नरेंद्र विक्रमादित्य यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर प्रदेश शासन के डीजीपी अरुण देव गौतम से मुलाकात की। पूर्व विधायक ने डीजीपी के समक्ष मांग रखी है कि 19 साल पहले हुए इस पूरे मामले में तीन बड़े आईपीएस अफसरों की कमेटी बनाकर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। अपोलो प्रबंधन और डॉक्टर की नियुक्ति करने वाले अधिकारी एवं अपोलो अध्यक्ष सहित तत्कालीन अपोलो प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
शैलेश पांडे ने डीजीपी श्री गौतम से कहा है कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की तबीयत बिगड़ने पर 2006 को उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था और विवादों में गिरे गिरे दो नरेंद्र विक्रमादित्य यादव ने अपोलो अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ के रूप में उनका इलाज किया था और एंजियोप्लास्टी भी की थी। अपोलो में ऑपरेशन के बाद राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की तबीयत बिगड़ी और 18 दिन तक अपोलो प्रबंधन ने उन्हें वेंटिलेटर में रखा। और बाद में मृत घोषित कर दिया ।
पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है। डीजीपी अरुण देव गौतम ने पूर्व विधायक श्री पांडे को भरोसा दिलाया है कि इस मामले को लेकर वे बिलासपुर पुलिस अधीक्षक को निर्देशित करेंगे और स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर इस पूरी मामले की जांच करने के लिए उन्हें कहा जाएगा। यह बहुत बड़ा मामला है। इसमें निष्पक्ष जांच भी होना चाहिए।