केरल के वायनाड में भीषण लैंडस्लाइड : 43 मौतें, 100 लोग दबे, रक्षा मंत्री ने सेना को सौंपा रेस्क्यू का जिम्मा
केरल के वायनाड में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते मंगलवार को तड़के 4 घंटे में 3 बड़े लैंडस्लाइड हुए, यहां भीषण लैंडस्लाइड की चपेट में करीब 200 घर आ गए स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है, मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं, सैकड़ों लोगों के अभी भी मलबे में फंसे होने की आशंका है, सेना मलबे में फंसे हुए लोगों को एयरलिफ्ट करने की योजना बना रही है, इसके लिए सेना के हेलिकॉप्टर वायनाड के लिए रवाना हो गए हैं।
सेना की टुकड़ी तैनात
हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन का अनुरोध किया गया था, जिसके बाद सेना ने 4 टुकड़ियां जुटाई गई हैं. इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर के DSC सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं. बचाव अभियान के लिए अब तक तैनात सेना की कुल संख्या लगभग 225 है, जिसमें चिकित्सा कर्मी भी शामिल हैं।
250 बचावकर्मी चला रहे रेस्क्यू ऑपरेशन
वायनाड चूरलमाला में बचाव अभियान में अग्निशमन एवं बचाव, नागरिक सुरक्षा, एनडीआरएफ और स्थानीय आपातकालीन प्रतिक्रिया दल के 250 सदस्य शामिल हैं. एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम को तुरंत मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया गया है।
‘स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है PMO
केंद्रीय मत्स्य पालन राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय (पीएमओ) ने दक्षिण भारत में भारतीय वायु सेना, नौसेना और सेना स्टेशनों को वायनाड में बचाव और राहत कार्यों में मदद करने का आदेश दिया. उन्होंने बताया कि पीएमओ ने स्थिति पर करीब से नजर रखी है और वह राज्य सरकार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा, केंद्र और राज्य दोनों सरकारें वायनाड के लोगों को राहत पहुंचाने के लिए मिलकर काम कर रही है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंन एक्स पर लिखा, “केरल के वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन में लोगों की मौत से दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने और बचाव कार्यों की सफलता के लिए प्रार्थना करती हूं ।