Jitin Prasada Joins BJP : राहुल के करीबी जितिन प्रसाद ने छोड़ा ‘हाथ’ का साथ, बीजेपी में हुए शामिल, कांग्रेस को अलविदा कहने के पीछे बताई यह वजह
देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में चुनावी उठापठक शुरु हो गयी है, ऐसे में बड़े बड़े नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाने का सिलसिला भी शुरु हो गया है, इस लिस्ट में नया नाम जितिन प्रसाद का जुड़ गया है, उनका नाम कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रहा है, अभी तक कांग्रेस को यूपी में जिन्दा करने की कवायद में जुटे जितिन प्रसाद उस बीजेपी खेमें में खड़े गये हैं जिसने कांग्रेस मुक्त भारत का सपना देखा है, राजनीति शायद इसी को कहते हैं, जितिन प्रसाद यूपी की ब्राह्मण राजनीति के खेवनहार माने जाते रहे हैं, पिछले एक साल से उन्होंने ब्राह्मणों को गोलबन्द करने के लिए कड़ी मशक्कत की है |
केंद्रीय मंत्री और युवा कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया. तीन दशक तक उनका परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा और उन्होंने बीजेपी में शामिल होते हुए खुद बताया कि आखिर उन्होंने कांग्रेस क्यों छोड़ी? उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ने को कांग्रेस के लिए इसे एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है. आपको बता दें कि जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में सक्रिय नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी |
जितिन प्रसाद ने बताया कि बीजेपी में शामिल होने का फैसला बहुत सोच समझकर लिया है. जिस दल (कांग्रेस) में था वह मुझे महसूस होने लगा कि हम लोग राजनीति करने लगे हैं. रजनीतिक एक माध्यम या दल एक माध्यम है लेकिन जब आप अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते. अगर उनके लिए काम नहीं कर पाते हैं तो आपका उस दल में और राजनीती में रहने का क्या मकसद? यहीं मेरे मन में आया कि आप चाहे देश में हो, राज्य में हो या जिले में हो अगर आप अपने लोगों का काम नहीं आ सकते, उनकी सहायता नहीं कर सकते हो तो फिर क्या फायदा. यहीं बात मुझे महसूस होने लगा था कि मैं वह काम कांग्रेस पार्टी में नहीं कर पा रहा हूं.
बीजेपी में शामिल होते ही जितिन प्रसाद बोले- मैं नहीं, मेरा काम बोलेगा
उन्होंने कहा कि अब मैं बीजेपी में शामिल हो गया हूं जो इतना मजबूत संगठन है और मैं उसकी जरिए अब समाज सेवा करूंगा. अंत में उन्होंने कहा कि मैं ज्यादा बोलना नहीं चाहता हूं और अब मेरा काम बोलेगा. मैं बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में सबका साथ, सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए काम करूंगा.
बीजेपी असली राजनितिक दल, बाकी तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्रीय दल : जितिन प्रसाद
जितिन प्रसाद ने कहा कि राजनीतिक जीवन का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है. मेरा कांग्रेस पार्टी से रिश्ता तीन पीढ़ियों से रहा है. बहुत विचार और मंथन के बाद यह फैसला लिया है. आज सवाल यह नहीं है कि मैं किस पार्टी को छोड़कर आ रहा हूं. सवाल यह है कि किस दल में जा रहा हूं और क्यों जा रहा हूं? पिछले कुछ वर्षों से देश और विदेश में भ्रमण करके यह महसूस किया है कि आज देश में असली मायने में कोई राजनीति दल है, वो भारतीय जनता पार्टी है. बाकी दल तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्रीय दल बनकर रहे गए हैं. उन्होंने कहा की देश जिस चुनौतियों का सामना विदेश और सीमाओं पर कर रहा है. उसके लिए आज अगर कोई दल और नेता सबसे मजबूती के साथ खड़ा है तो वह बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नए भारत का निर्माण कर रहे हैं और अब उसमें एक छोटा सा योगदान मुझे भी करने को मिलेगा . यह योगदान भारत के प्रति और आने वाले पीढ़ियों के प्रति होगा.
पीयूष गोयल ने दिलाई जितिन को बीजेपी की सदस्यता
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा सांसद अनिल बलूनी की मौजूदगी में प्रसाद ने यहां पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. बलूनी ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा की नीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर जितिन प्रसाद भाजपा परिवार में शामिल हुए हैं. हम उनका स्वागत करते हैं. भाजपा में शामिल होने से पहले प्रसाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की.