Chhattisgarh News-सूदखोरी का किला जमींदोज: रायपुर के कुख्यात तोमर बंधुओं के ऑफिस पर चला बुलडोजर, वाइफ के नाम पर चल रहा था सूदखोरी का अड्डा
रायपुर, 27 जुलाई 2025: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अपराधियों पर प्रशासन की सख्ती लगातार जारी है। इसी कड़ी में नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में रविवार सुबह भाटागांव स्थित कुख्यात सूदखोर तोमर बंधुओं के अवैध ऑफिस को बुलडोजर से ढहा दिया गया।
यह ऑफिस रोहित और वीरेंद्र तोमर का था, जो बीते कई वर्षों से सूदखोरी और अवैध वसूली का गढ़ बना हुआ था। खास बात यह रही कि यह संपत्ति तोमर बंधुओं ने अपनी पत्नियों के नाम पर रजिस्टर्ड करा रखी थी, ताकि कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके। लेकिन अब प्रशासन ने इसे बेनामी संपत्ति मानते हुए तोड़फोड़ की कार्रवाई की।
कोई कानून से बड़ा नहीं: विजय शर्मा
प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने X पर पोस्ट कर इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि विष्णुदेव-सरकार में “सुशासन है तो चक्र सुदर्शन भी है” किसी मंत्री-मुख्यमंत्री जी के साथ फोटो खिचवाने से कोई कानून से बड़ा नहीं हो जाता। अपराधी तोमर ने अनेक लोगों को पीड़ा पहुंचाई है।
लंबे समय से फरार हैं आरोपी
पुलिस के मुताबिक, रोहित और वीरेंद्र तोमर लंबे समय से फरार हैं। दोनों के खिलाफ रायपुर के विभिन्न थानों में सूदखोरी, मारपीट और धमकी जैसे कुल सात गंभीर मामले दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस को शक है कि ये राज्य से बाहर भाग गए हैं।
काले कारोबार का खुलासा
ऑफिस की तलाशी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो अवैध लेन-देन, ऊँची ब्याज दरों पर दिए गए कर्ज, और जबरन वसूली की पुष्टि करते हैं। कार्यालय से कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और बहीखाते भी जब्त किए गए हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों का ब्यौरा मिला है।
प्रशासन की सख्ती जारी
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि ऐसे सभी अवैध निर्माण और अपराध से जुड़ी संपत्तियों पर आगे भी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने कड़ा संदेश दिया है कि रायपुर में अवैध सूदखोरी और गुंडागर्दी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।