Chhattisgarh News: पूर्व विधायक को कांग्रेस ने थमाया नोटिस, आर्थिक नाकेबंदी छोड़ शामिल हुए दूसरे कार्यक्रम में, पार्टी ने दिखाए सख्त तेवर

रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने महासमुंद के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता विनोद चंद्राकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी का आरोप है कि चंद्राकर ने कांग्रेस द्वारा घोषित आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन में भाग नहीं लिया और उसी दिन किसी अन्य निजी या वैकल्पिक कार्यक्रम में शामिल हो गए। इसे पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए कड़ा रुख अपनाया है।

जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी नोटिस में उनसे लिखित जवाब मांगा गया है कि उन्होंने पार्टी के निर्देशों की अवहेलना क्यों की। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों से आंदोलन की एकता और गंभीरता पर असर पड़ता है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।



क्या है आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन?
कांग्रेस ने राज्य में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ आर्थिक नाकेबंदी आंदोलन चलाया है, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए थे। इस आंदोलन के तहत प्रदेशभर में धरना-प्रदर्शन और जन संवाद का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

पार्टी ने दिए कड़ी कार्रवाई के संकेत
सूत्रों की माने तो  यदि पूर्व विधायक विनोद चंद्राकर का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो उनके खिलाफ संगठनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें पार्टी से निलंबन भी शामिल हो सकता है।

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