CG Co-operative Society : छत्तीसगढ़ के 21 जिलों में 500 नई सहकारी समितियां, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई दिशा
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीण विकास और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। राज्य में 500 नई प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (PACS) के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह समितियां 21 जिलों में संचालित होंगी, जिससे किसानों को बैंकिंग, ऋण और कृषि संसाधन गांव स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेंगे।
किसानों को मिलेगा सीधा लाभ
नई सहकारी समितियों के गठन से किसानों को न केवल आसानी से कृषि ऋण और बीज-खाद जैसी सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि माइक्रो एटीएम के माध्यम से वित्तीय लेन-देन भी गांव में ही हो सकेगा।
इससे किसानों को शहरों या ब्लॉकों के दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
किन जिलों में बनेंगी समितियां
इन 500 समितियों को राज्य के 21 जिलों में बनाया जा रहा है — धमतरी, दुर्ग, बिलासपुर, बालोद, कोरबा, जांजगीर-चांपा, बलरामपुर, कोंडागांव, कांकेर, बीजापुर, सूरजपुर, सुकमा, जशपुर, कोरिया, नारायणपुर, रायगढ़, सक्ती, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और सारंगढ़-बिलाईगढ़।
सरकार का लक्ष्य – हर गांव तक पहुंच
राज्य सरकार का उद्देश्य है कि सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर एक मजबूत सहकारिता नेटवर्क तैयार किया जाए, जो किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में अहम भूमिका निभाए।
सरकार का अनुमान है कि योजना पूरी होने के बाद राज्य में PACS समितियों की कुल संख्या 2500 से अधिक हो जाएगी।