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Chhattisgarh News: युक्तियुक्तकरण का शुरू हुआ विरोध, संयुक्त शिक्षक संघ का 16 अगस्त को हल्लाबोल, करेंगे विरोध प्रदर्शन

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ सरकार जहां एक तरफ स्कूलों में शिक्षकों की युक्तियुक्तकरण को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है, वही शिक्षक संगठनों द्वारा इसका विरोध शुरू हो गया है, युक्तियुक्तकरण को संयुक्त शिक्षक संघ 16 अगस्त को बड़ा प्रदर्शन करने जा रहा है, वही युक्तियुक्तकरण को लेकर किसी भी तरह की विवाद उत्पन्न होने की स्थिति को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने कोर्ट में पहले से ही कैविएट दायर कर दिया गया हैं। वही इस कड़ी में शिक्षक संगठन जिला मुख्यालय में एक दिवसीय आंदोलन व ज्ञापन सौपकर विरोध जताने का फैसला लिया गया है।

संयुक्त शिक्षक संघ की तरफ से प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने शिक्षक और स्कूलों के युक्तियुक्तकरण का तीखा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों पर अनावश्यक बोझ बढ़ाने, सेटअप प्रभावित करने भर की ये साजिश नहीं है, बल्कि इससे पहले बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। केदार जैन ने कहा कि संयुक्त शिक्षक संघ प्रदेश का ऐसान संगठन है, जो बिना दवाब में आये शिक्षक हित की लड़ाई लड़ता है। इसी कड़ी में 16 अगस्त को जोरदार प्रदर्शन का आह्वान किया है। पूरे प्रदेश में संयुक्त शिक्षक संघ युक्तियुक्तकरण की खामियों को उजागर करेगा और सरकार को युक्तियुक्तकरण के दोषपूर्ण नियमों को वापस लेने को विवश करेगा।

केदार जैन ने आगे कहा कि संघ इस युक्तियुक्तकरण का कड़ा विरोध करते हुए, मांग करता है कि शालाओं में लागू सेटअप के अनुसार समायोजन किया जाए क्योंकि यही नियम और विधान है। प्राथमिक शाला में 60 की दर्ज संख्या में प्रधान पाठक सहित दो शिक्षक जबकि कक्षाएं पाच होती है। वही माध्यमिक शाला में 105 के दर्ज पर प्रधान पाठक सहित चार शिक्षक जबकि यहां विषय आधारित शिक्षण होता है जिसमें 06 विषय होते हैं। वही हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी में भी विषय आधारित शिक्षक होते हैं। कम दर्ज वाले शालाओं का एवं एक ही परिसर में संचालित शालाओं का समायोजन से प्रधान पाठक भी बड़ी संख्या में अतिशेष होंगे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहला मौका होगा जब प्रधान पाठक को अतिशेष बनाया जा रहा है।

राजस्व ग्राम के शालाओं को कम दर्ज संख्या का हवाला देकर बंद किया जाना पूरी तरह से अन्याय है। क्योंकि शिक्षा और स्वास्थ्य की प्राथमिक व्यवस्था प्रत्येक व्यक्ति और ग्राम के लिए किया जाना सरकार का प्राथमिक दायित्व है। इससे शिक्षा तो बर्बाद होगा ही, शिक्षक प्रभावित और परेशान होंगे ही उसके साथ ही शिक्षकों के पदोन्नति का अवसर लगभग समाप्त हो जाएगा क्योंकि यह युतियुक्तकरण बड़ी संख्या में पद को समाप्त कर देगा और जो बेरोजगार शिक्षक बनने की राह ताक रहे हैं उनके हाथ भी निराशा ही लगेगा।

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किसी भी राज्य के शालाओं में पदस्थापना उसके स्वीकृत सेटअप के अनुसार ही होता है। यहां छत्तीसगढ़ के शालाओं का सेटअप अलग कहता है और युतियुक्तकरण में अलग नियम बनाया गया है। इससे छत्तीसगढ़ के शिक्षक काफी हताश, निराश और आक्रोषित है। जिसे देखते हुए इस गंभीर विषय पर छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी की एक आपात बैठक 11 अगस्त 2024 को संपन्न हुआ।

जिसमें शामिल समस्त प्रांतीय पदाधिकारी, संभागीय अध्यक्ष, प्रकोष्ठ प्रमुख, जिला अध्यक्ष, विकासखंड अध्यक्ष ने एक स्वर में इस युक्तियुक्तकरण को शिक्षा और शिक्षक विरोधी बताते हुए इसका प्रतिकार करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में 16 अगस्त 2024 को संघ द्वारा बड़ी संख्या में शिक्षकों की उपस्थिति के साथ कलेक्टर महोदय के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, सचिव स्कूल शिक्षा, संचालक डीपीआई के नाम ज्ञापन प्रेषित कर मांग किया जाएगा कि सभी पदोन्नति व स्थानांतरण को पहले करने के बाद शिक्षा विभाग के सेटअप के अनुसार युतियुक्तकरण की कार्यवाही की जाए।

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इधर छग प्रधान पाठक मंच एवं शिक्षक एलबी संवर्ग छग ने संयुक्त शिक्षक संघ के आंदोलन को निशर्त समर्थन देने की घोषणा की है।जाकेश साहू ने सभी शिक्षक संगठन से अपील की है कि वो 16 अगस्त के आंदोलन में भाग लें। जाकेश साहू ने केदार जैन के नाम खुला पत्र लिखकर समर्थन की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि संयुक्त शिक्षक संघ की तरफ से 16 अगस्त को युक्तियुक्तिकरण के मुद्दे पर एक दिवसीय आंदोलन सह ज्ञापन का कार्यक्रम समस्त जिला मुख्यालय में रखा गया है। संगठन के उक्त आंदोलन को *छग प्रधान पाठक मंच एवं शिक्षक एलबी संवर्ग छग द्वारा खुला समर्थन देता है।

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साथ ही प्रदेशभर के 40 हजार प्राथमिक प्रधान पाठक सहित राज्यभर के 1,80,000 शिक्षक एलबी संवर्ग व समस्त नियमित शिक्षकों से भी जाकेश साहू ने अपील की है कि आगामी 16 अगस्त को एक दिवसीय आकस्मिक अवकाश लेकर सभी अपने अपने जिला मुख्यालय में उक्त आंदोलन/धरना प्रदर्शन सह ज्ञापन कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाये।

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