भूपेश मंत्रिमंडल और वित्त विभाग के बीच बैठक खत्म….शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समेत नक्सल इलाकों के विकास पर हुई चर्च, CM के ड्रीम प्रोजेक्ट का दिया गया प्रेजेंटेशन

भूपेश मंत्रिमंडल और केंद्रीय वित्त आयोग की बैठक खत्म हो गई है, बैठक में छत्तीसगढ़ के शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई, वही बैठक में आयोग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की विशेषताओं और परिस्थितियों की जानकारी दी। अधिकारियों के सामने नरुवा,गरुवा,घरुवा,बाड़ी योजना के तहत हुए कामों का प्रेजेंटेशन दिया गया |

सीएम भूपेश ने राज्य के विकास के लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों, कार्यक्रमों और कार्यो की जानकारी दी और आयोग कोे छत्तीसगढ़ के विकास और यहां के नागरिकों के हित में कार्य करने की दृष्टि से अनेक प्रस्ताव दिए और आयोग से इस संबंध में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कुपोषण के लिए वित्त आयोग से विशेष रूप से अनुरोध किया।

वित्त आयोग के अध्यक्ष एन.के. सिंह ने बैठक के अंत में छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों के साथ यहां की नक्सल एवं वन क्षेत्रों की विशिष्ट समस्याओं को देखते हुए मुख्यमंत्री एवं विचार-विमर्श के दौरान प्राप्त प्रस्तावों एवं सुझावों पर सहानभूतिपूर्वक विचार करने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के 27 जिलों में से 14 जिले उग्र वामपंथ से प्रभावित है। इन क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ विकास योजनाओं एवं अधोसंरचना निर्माण की लागत अधिक होती है तथा समय सीमा में वृद्धि हो जाती है।

खनिज उत्खनन की औद्योगिक परियोजनाओं से जनजातीय क्षेत्रों में विस्थापन एवं विकास में उनकी समुचित भागीदारी न होने का भी खतरा है। राज्य सरकार इसके लिए अतिरिक्त वित्तीय संसाधन की व्यवस्था करने सहित संतुलित औद्योगिक विकास की हिमायती है।

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के महत्वकांक्षी कार्यक्रम ’छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी, नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी, ऐला बचाना हे संगवारी’ की जानकारी दी और बताया कि इसके तहत जहां नदी-नालों के माध्यम से जल संचयन और सवर्धन को बढ़ावा दिया जा रहा है वहीं गोठानों के माध्यम से पशुधन के संवर्धन करने, कृषि एवं पशु कचरों एवं गोबर आदि के माध्यम से कम्पोस्ट खाद बनाने, बाड़ी के माध्यम से सब्जी एवं फल आदि पौष्टिक कृषि उत्पाद को बढ़ावा देने का प्रयास है।

बैठक में 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन एन.के. सिंह ने आयोग के सदस्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश, मंत्री ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, डॉ. प्रेम साय सिंह, डॉ. शिव डहरिया, अनिला भेंड़िया, उमेश पटेल, अमरजीत सिंह भगत, आयोग के सदस्यगण अजय नारायण झा, डॉ. अनूप सिंह, डॉ. अशोक लाहिड़ी , रमेश चंद, सचिव अरविंद मेहता सहित प्रदेश के मुख्य सचिव सुनील कुजूर, अपर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री गौरव द्विवेदी भी उपस्थित थे।

बता दें कि वित्त आयोग छत्तीसगढ़ में तीन दिवसीय दौरे पर है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोग को छत्तीसगढ़ की विशेषताओं एवं परिस्थितियों की जानकारी दी।

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