क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी एवं सीईओ राजेश सिंह राणा ने क्रेडा में ली मासिक समीक्षा बैठक, “प्रदेश में कार्यशीलता, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए क्रेडा प्रतिबद्ध“

रायपुर 30 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण (क्रेडा) के सभाकक्ष में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में क्रेडा अध्यक्ष एवं सीईओ ने क्रेडा द्वारा क्रियान्वित की जा रही शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को समय सीमा में कार्यों को गुणवत्तापूर्ण, पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। क्रेडा की योजनाएं सीधे तौर पर ग्रामीणों के विकास से संबंधित योजनाएं हैं। इसके अंतर्गत ग्रामीणों को कृषि हेतु सोलर पम्प के माध्यम से सिंचाई व्यवस्था उपलब्ध कराना, सोलर ड्यूल पम्प के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना तथा सोलर हाई मास्ट के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था उपलब्ध कराया जाता है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर उपरोक्त योजनाओं के प्रभावी व ससमय क्रियान्वयन हेतु क्रेडा अध्यक्ष एवं सी.ई.ओ. द्वारा प्रति माह अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर पूर्व माह से वर्तमान माह में आयी प्रगति का आंकलन करते हैं। साथ ही मैदानी स्तर पर योजना के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों के निराकरण हेतु आवश्यक मार्गदर्शन अधिकारियों को देते हुए शासन स्तर पर समन्वय के आवश्यक प्रयास क्रेडा के मुखिया द्वारा किया जा रहा है।
बैठक में क्रेडा के समस्त जिला एवं जोनल कार्यालयों के अधिकारी भौतिक रूप से उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्यभर में क्रेडा द्वारा संचालित योजनाओं विशेषतः जल जीवन मिशन, सौर सुजला योजना, सोलर हाई मास्ट, सोलर पावर प्लांट तथा अन्य सौर ऊर्जा आधारित परियोजनाओं की प्रभावशीलता एवं निरंतरता सुनिश्चित करना एवं नवाचार के माध्यम से अधिक से अधिक सौर संयंत्रो की स्थापना सुनिश्चित करने का था।
सौर सुजला योजना फेस-9 हेतु निर्धारित लक्ष्य को शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण करने हेतु गहन मंथन बैठक में सौर सुजला योजना अंतर्गत जिलावार निर्धारित किये गये लक्ष्य की शीघ्रातिशीघ्र पूर्ति हेतु प्रत्येक जिले के अधिकारी से पृथक-पृथक चर्चाकर संयंत्र स्थापना में आ रही समस्याओं की जानकारी प्राप्त करते हुए समस्या को दूर करने हेतु प्रधान कार्यालय स्तर से संयंत्र स्थापनाकर्ता इकाईयों आवश्यक निर्देश जारी करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया। शेष लक्ष्य को समय सीमा में पूर्ण करने के विशेष निर्देश जारी किये।
जल जीवन मिशन कार्यशीलता की समीक्षा और ठोस निर्देश
जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्थापित सोलर संयंत्रों की ग्राउंड रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। संयंत्रों की वास्तविक स्थिति, कार्यशीलता प्रतिशत, वारंटी की स्थिति, मरम्मत संबंधी प्रक्रियाओं एवं सामग्रियों की उपलब्धता पर बिंदुवार चर्चा की। अधिकारियों से कहा कि “जनता को निर्बाध पेयजल आपूर्ति हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। संयंत्रों की कार्यशीलता में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।’’
निर्देश दिए कि वारंटी अवधि में यदि स्थापना एजेंसी मरम्मत नहीं करती है तो सुरक्षा निधि से तुरंत मरम्मत कराई जाए। वारंटी के बाहर संयंत्रों की मरम्मत के लिए जिला प्रशासन से समन्वय कर आवश्यक फंडिंग सुनिश्चित की जाए।
सोलर पावर प्लांट स्थापना के संबंध में निर्देश
योजनांतर्गत चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कार्यों को शीघ्र पूर्ण करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये। साथ ही शासन के विभिन्न विभागों एवं जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर उनकी मांग अनुसार संयंत्रों की स्थापना हेतु आवश्यक सर्वेक्षण उपरांत प्रस्ताव तैयार करते हुए हितग्राही संस्था से बजट की स्वीकृति हेतु विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये गये।
गुणवत्ता, पारदर्शिता और प्रभावशील सेवा की दिशा में मजबूत कदम –
क्रेडा सी.ई.ओ. श्री राणा ने कहा कि “क्रेडा न केवल संयंत्र स्थापित करने वाली संस्था है, बल्कि यह जिम्मेदारी से संचालन और रखरखाव के लिए भी प्रतिबद्ध है। हमारी सोच केवल इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, सेवा की निरंतरता और जनविश्वास की स्थापना है।”
इस उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ने न केवल राज्य में संचालित योजनाओं की मौजूदा स्थिति को उजागर किया, बल्कि प्रशासन की तत्परता और सजगता को भी दर्शाया।
क्रेडा प्रदेश को ऊर्जा स्वावलंबन की दिशा में लगातार आगे ले जा रहा है, जहाँ हर गांव, हर घर तक साफ, सुलभ और सतत ऊर्जा पहुँचाना लक्ष्य है।
नवाचार के क्षेत्र में कार्य हेतु अधिकारियों को निर्देश –
क्रेडा अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी द्वारा अधिकारियों को अवगत कराया कि नवा रायपुर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने हेतु क्रेडा द्वारा विशेष प्रयास किये गये थे, जिसके तहत् अटल नगर नवा रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अपनी सहमति जारी की गई है। साथ ही राज्य के स्वास्थ्य केन्द्रों, आदिवासी आश्रम-छात्रावासों इत्यादि भवनों को सौर ऊर्जा से विद्युतीकृत करने हेतु प्रस्ताव तैयार कर राज्य शासन एवं केन्द्र शासन को प्रेषित किया गया है, इस हेतु क्रेडा अध्यक्ष एवं सी.ई.ओ. द्वारा भारत सरकार स्तर पर भी विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। अध्यक्ष महोदय द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि इसी तर्ज पर सभी अधिकारी अपने स्तर पर सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना हेतु विशेष प्रयास करें।