टाइम मैगजीन ने कवर पेज पर किसान आंदोलन को दी जगह, छापी आंदोलनकारी महिलाओं की तस्वीर
अमेरिका की प्रतिष्ठित प्रत्रिका टाइम मैगजीन (Time Magzine) ने अपने ताजा अंक के कवर पेज पर किसान आंदोलन (Farmer Protest) में शामिल महिलाओं को जगह दी है. कवर पेज पर आंदोलनकारी महिलाओं की तस्वीर के आगे लिखा है- ‘भारत के किसान विरोध के मोर्चे पर’. बता दें कि तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में देश के कई किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले करीब चार महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
मैगजीन ने दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर 20 महिओं के एक समुह की तस्वीर छापी है जो किसान आंदोलन में शामिल होने पहुंचे थे. टाइम मैजनीन ने बताया है कि कैसे महीनों से महिलाएं भी विरोध के मोर्चे पर डटी हैं. आर्टिकल का शीर्षक है- ‘I Cannot Be Intimidated. I Cannot Be Bought.’ यानी- हमें धमाकाया नहीं जा सकता, हमें खरीदा नहीं जा सकता. आर्किल में आगे लिखा है कि ज्यादातर महिलाएं पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों से पहुंची थी.
टाइम मैगजीन ने आगे लिखा है कि ये महिलाएं इस बात से हैरान थीं कि वे दिल्ली के आसपास के विरोध स्थलों पर खाना पकाने और सफाई की सेवाएं देने वाली कार्यकर्ता थीं, न कि आंदोलन में बराबर की हिस्सेदारी रखने वाली.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रामपुर की 74 वर्षीय किसान जसबीर कौर ने टाइम मैगजीन को बताया, ‘हमें वापस क्यों जाना चाहिए? ये केवल पुरुषों का विरोध नहीं है. हम कौन हैं – अगर किसान नहीं? ऑक्सफैम इंडिया के अनुसार, 85% ग्रामीण महिलाएं कृषि कार्य करती हैं, लेकिन केवल 13% ही किसी भी भूमि का मालिक है.